स्वस्थ रहने के लिए
शरीर में हर चीज का संतुलित होना आवश्यक है। शरीर में किसी भी चीज का घटना या बढ़ना
किसी न किसी गंभीर बीमारी का कारण बनता है।
वह गंभीर बीमारी अपने साथ अन्य बीमारियां भी साथ लाती है, क्योंकि किसी बीमारी की स्थिति में हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ने लगता है। जिस कारण शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और हम तमाम बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। इनमें से ही एक है यूरिक एसिड का बढ़ना। हमारे शहीर में प्यूरिन के टूटने से यूरिक एसिड बनता है। यह रक्त के जरिए किडनी तक पहुंचता है। हालांकि यूरिक एसिड यूरिन के रूप में शरीर से बाहर निकल जाता है, लेकिन कई बार यह शरीर में ही रह जाता है और धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ने लगती है। जब शरीर में यूरिक एसिड की ज्यादा मात्रा हो जाती है तो यह गठिया से ग्रसित कर देता है। यह त्वचा और गुर्दे की पथरी जैसी समस्याओं का भी कारण बनता है।
वह गंभीर बीमारी अपने साथ अन्य बीमारियां भी साथ लाती है, क्योंकि किसी बीमारी की स्थिति में हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ने लगता है। जिस कारण शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और हम तमाम बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। इनमें से ही एक है यूरिक एसिड का बढ़ना। हमारे शहीर में प्यूरिन के टूटने से यूरिक एसिड बनता है। यह रक्त के जरिए किडनी तक पहुंचता है। हालांकि यूरिक एसिड यूरिन के रूप में शरीर से बाहर निकल जाता है, लेकिन कई बार यह शरीर में ही रह जाता है और धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ने लगती है। जब शरीर में यूरिक एसिड की ज्यादा मात्रा हो जाती है तो यह गठिया से ग्रसित कर देता है। यह त्वचा और गुर्दे की पथरी जैसी समस्याओं का भी कारण बनता है।
क्या है यूरिक एसिड
वैद्यराज सुदेश यादव
‘दिव्य’ का कहना है कि, जब शरीर में कार्बन, हाइड्रोजन,
ऑक्सीजन और नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ जाती है तो
शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने लगता है। जब किडनी शरीर में इन तत्वों को अच्छी
तरह फिल्टर नहीं कर पाती तो ये गैसें हड्डियों में जमा होने लगती हैं। जिस वजह से जोड़ों
में दर्द, सूजन और कसाव होने लगती है।
धीरे-धीरे यह गठिया की वजह बन जाती है।
यूरिक एसिड बढ़ने के कारण
![]() |
| सोर्स : गूगल इमेजेज |
यूरिक एसिड के लक्षण
Uric Acid के बढ़ने के कुछ लक्षण
हैं जिन्हें देख आप पहचान सकते हैं कि यूरिक एसिड बढ़ रहा है –
उंगलियों में सूजन
आना
जोड़ों में गांठ की
शिकायत
पैरों और हाथों की
उंगलियों में चुभन वाला दर्द
कैसे करें बचाव
-ज्यादा से ज्यादा
हरी सब्जियां खाएं।
-छोटी इलायची,
आजवाइन, चेरी और सेब यूरिक एसिड में बेहद फायदेमंद है।
-खूब सारा पानी पिएं।
दिन में कम से कम चार लीटर।
-डाइट में ताजे फलों
का रस, नारियल पानी और ग्रीन-टी शामिल
करें।
-दो से तीन अखरोट रोजाना
खाली पेट खाने से बढ़ा हुआ यूरिक एसिड कम होने लगता है।
-अपने डाइट में उन
खाद्य पदार्थों को अपनाएं जिनमें प्यूरिन कम मात्रा में पाई जाती है जैसे की –
-निर्मल अनाज,
ब्रेड और आटा, दूध, अंडे, हरी सब्ज़ियाँ, फल और पीनट बटर।
इनसे करें परहेज
अगर डायबिटीज के मरीज
हैं तो आपके शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना तय है क्योंकि डायबिटीज की दवाओं से भी यूरिक
एसिड बढ़ता है। रेड मीट, सी फूड, दाल, राजमा, मशरूम, गोभी, टमाटर, मटर, पनीर, भिंडी, अरबी और चावल खाने से भी यूरिक
एसिड बढ़ता है। खाने (भोजन) के रूप में लिया जाने वाला प्यूरिन प्रोटीन भी यूरिक एसिड
के लेवल को बढ़ाता है। जो लोग व्रत रखते हैं उनमें भी अस्थायी रूप से यूरिक एसिड का
लेवल बढ़ जाता है। जबरदस्ती एक्सरसाइज करने या फिर वजन कम करने के चक्कर में भी कई
बार यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है। इसके अलावा ब्लड प्रेशर की दवाएं, पेन किलर्स और कैंसर रोधी दवाएं खाने से भी यूरिक
एसिड की मात्रा बढ़ जाती है।




कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें