शुक्रवार, 27 मार्च 2020

Indian Council of Medical Research ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर दिए जवाब

सोर्स : गूगल इमेजेज
कोरोना वायरस को लेकर काफी भ्रम की स्थिति है। इससे बचाव और इम्युनिटी सिस्टम बढ़ाने के लिए लोग न जाने क्या क्या उपाय करने लगे हैं। इससे मिलती-जुलती अन्य तरह की बीमारियों को भी लोग कोरोना वायरस का संक्रमण समझ कर भयभीत हो रहे हैं।
इस बीमारी, इलाज और बचाव की सही जानकारी न होने से लोगों में भय और भ्रम को देखते हुए  भारतीय अनुसंधान आयुर्विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) 
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ने कोरोना वायरस और इसके संक्रमण से जुड़े सवालों के जवाब दिए हैं। Indian council of medical research (ICMR) ने विभिन्न सवालों के जो जवाब दिए हैं, वे निम्न हैं-
सवाल :  क्या हृदय रोग, शुगर, हाई ब्लडप्रेशर के रोगियों को कोरोना के संक्रमण का खतरा अधिक है?
आईसीएमआर का जवाब :  नहीं, हृदय रोग, शुगर या हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को अन्य लोगों की तुलना में संक्रमण का अधिक खतरा नहीं है। इस बारे में कोई भ्रम न पालें।

सवाल : क्या ऊपर बताए गए रोगों से पीडि़त लोगों में संक्रमण होने पर गंभीर बीमारी या समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है?

आईसीएमआर का जवाब : कोविड-19 से पीडि़त अधिकांश (80 फीसद) लोगों में सांस संबंधी संक्रमण (बुखार, गले में खराश, खांसी) के हलके लक्षण होते हैं, लेकिन वे पूरी तरह ठीक भी हो जाते हैं। किंतु ऐसे लोग जिन्हें शुगर, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग, जिसमें हार्ट अटैक (कमजोर हृदय) वाले लोग भी शामिल हैं, को अधिक गंभीर बीमारी होने का खतरा है। इन्हें ज्यादा ध्यान रखना चाहिए।

सवाल :  क्या शुगर के रोगियों को कोविड-19 होने का अधिक खतरा है?

आईसीएमआर का जवाब : सामान्य तौर से देखा जाए तो, अनियंत्रित शुगर के मरीजों में सभी संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है। शुगर से पीड़ित लोग संक्रमण के अधिक जोखिम के दायरे में नहीं हैं। फिर भी यह ध्यान रखना चाहिए कि एक बार संक्रमित होने पर अधिक गंभीर बीमारी और खराब परिणामों का खतरा है। इसलिए मधुमेह को नियंत्रण में रखना बहुत जरूरी है।

सवाल : इस रिपोर्ट में कितनी सच्चाई है कि ब्लड प्रेशर (बीपी) की कुछ दवाइयों का सेवन कोविड-19 की तीव्रता को और बढ़ा रहा है?

आईसीएमआर का जवाब : विभिन्न वैज्ञानिकों और हृदयरोग विशेषज्ञों का कहना है कि इसका कोई प्रमाण अभी तक सामने नहीं आया है।

सवाल : क्या दर्द/ बुखार निवारक दवाएं ली जा सकती हैं?

आईसीएमआर का जवाब :  इस मामले में बहुत सावधान रहने की जरूरत है। कुछ प्रकार की पेन किलर जैसे इबुप्रोफेन कोविड-19 बीमारी की तीव्रता को बढ़ाते हैं। यदि आवश्यक हो तो पैरासिटामोल सबसे सुरक्षित पेन किलर दवाइयों में से एक है।

सवाल : यदि कोविड-19 के लक्षण दिखे तो क्या करना चाहिए?

आईसीएमआर का जवाब :  यदि सांस की तकलीफ के बिना बुखार, खांसी, मांसपेशियों में दर्द हो, तो अपने डॉक्टर को फोन करें और फोन पर सलाह लें। ऐसे में आपको घर पर रहने की जरूरत है (कम से कम 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन की स्थिति में) और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ निकट संपर्क से बचें और हाथ की स्वच्छता बनाए रखें और सही ढंग से एक चिकित्सा मास्क पहनें। यदि सांस की तकलीफ हो या बिगड़ते लक्षण जैसे अत्यधिक थकान महसूस हो तो डॉक्टर की सलाह लें (आगे की सलाह आपके चिकित्सक की सलाह पर निर्भर करेगी।)

सवाल : कोविड-19 की रोकथाम करने के लिए क्या करना चाहिए?

आईसीएमआर का जवाब :  कोविड-19 खांसी और छींक द्वारा, ड्रॉपलेट (छोटी मात्रा में लार या अन्य स्राव जो खांसी/छींक के माध्यम से या जोर से हंसने पर भी निकलता है) और छूने से फैलता है। जब आप किसी ऐसी वस्तु को छूते हैं जिस पर वायरस के कण हैं तो यह वायरस आपके हाथों पर भी पहुंच जाता है। जब आप उन्हीं हाथों से अपना चेहरा छूते हैं तो आप संक्रमित हो सकते हैं। वायरस के कण तीन दिन तक बने रह सकते हैं। इसलिए अपने आस-पास की स्वच्छता बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है।
 

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